गाजा में लोगों पर गोलीबारी, 27 की मौत, IDF ने कहा- सैनिकों को नुकसान पहुंचाना चाहते थे फलस्तीनी
इस्राइल ने गाजा में सहायता वितरण केंद्र खोला है। यहां फलस्तीनियों की भीड़ उमड़ रही है। साथ ही लगातार इस्राइली सेना की ओर से गोलीबारी किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं। इसके चलते गाजा पट्टी में हालात बिगड़ रहे हैं।

खान यूनिस (आरएनआई) गाजा में एक बार फिर इस्राइल से जुड़े सहायता वितरण केंद्र पर जा रहे फलस्तीनियों पर गोलीबारी हुई। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई। जबकि कई लोग घायल हो गए। गाजा के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गोलीबारी इस्राइली सेना की ओर से की गई। जबकि इस्राइली सेना ने कहा कि फलस्तीनी लोग सैनिकों की ओर बढ़ रहे थे। वे उनको नुकसान पहुंचाना चाहते थे। इसलिए चेतावनी के तौर पर गोलियां चलाईं। पहले भी इस्राइली सेना ने सहायता केंद्र की ओर बढ़ रही भीड़ पर गोलीबारी की थी। सेना ने इस बात से इनकार किया कि वह लोगों को सहायता केंद्र पर पहुंचने से रोक रही थी।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के रिकार्ड विभाग के प्रमुख ज़हीर अल-वहीदी के अनुसार मंगलवार सुबह कम से कम 27 लोग मारे गए। रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के प्रवक्ता हिशाम महन्ना ने कहा कि राफा में उनके फील्ड अस्पताल में 184 घायल लोग भर्ती हुए, जिनमें से 19 को मृत घोषित कर दिया गया और आठ अन्य की बाद में उनके घावों के कारण मृत्यु हो गई। 27 मृतकों को खान यूनिस शहर के नासिर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया।
उत्तरी गाजा में एक आवासीय इमारत पर इस्राइली हमले में 14 लोगों की मौत हो गई। शिफा और अल-अहली अस्पतालों ने जबालिया शरणार्थी शिविर में हमले में मरने वालों की पुष्टि करते हुए कहा कि मरने वालों में पांच महिलाएं और सात बच्चे शामिल हैं। इस्राइली सेना ने कहा कि उसने उत्तरी गाजा में आतंकी ठिकानों पर हमला किया। इस्राइल ने कहा कि वह केवल आतंकियों को निशाना बनाता है और नागरिकों को नुकसान पहुंचाने से बचने की कोशिश करता है। वहीं फलस्तीनी प्राधिकरण ने कहा कि पश्चिमी तट पर फलस्तीनी गांव सिंजिल में इस्राइली सेना ने 14 वर्षीय एक लड़के को गोली मारकर हत्या कर दी। सेना ने कहा कि सिंजिल क्षेत्र में सैनिकों ने गोलीबारी की और एक व्यक्ति को रोका। जिसने सेना पर खतरनाक पदार्थ से भरी दो बोतलें फेंकी थीं।
इससे पहले रविवार को इस्राइली सहायता केंद्र पर राहत सामग्री लेने जा रहे फलस्तीनियों पर हुए हमले 31 लोगों की मौत हो गई। वहीं 175 लोग घायल हो गए। लोगों ने बताया कि फलस्तीनियों पर इस्राइली सेना की ओर से गोलीबारी की गई। लोगों ने बताया कि रविवार को जब लोग सहायता वितरण केंद्र की ओर जा रहे थे तो एक गोल चक्कर पर इस्राइली सेना ने भीड़ पर गोलियां चलाईं। हालांकि फाउंडेशन का कहना है कि उसके निजी सुरक्षा गार्डों ने भीड़ पर गोली नहीं चलाई, जबकि इस्राइली सेना ने पहले भी चेतावनी स्वरूप गोलियां चलाने की बात स्वीकार की।
फलस्तीनियों पर गोलीबारी की संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने निंदा की। उन्होंने कहा कि हम गाजा में सहायता मांगने के दौरान मारे गए और घायल हुए फलस्तीनियों की रिपोर्ट से स्तब्ध हैं। यह अस्वीकार्य है कि फलस्तीनी भोजन के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं। उन्होंने इस घटना की स्वतंत्र जांच की मांग की।
इस्राइली सेना ने कहा कि गाजा पट्टी में उसके तीन सैनिक मारे गए। तीनों सैनिकों की उम्र 20 के आसपास है। वे सोमवार को उत्तरी गाजा में लड़ाई के दौरान मारे गए। वे जबालिया क्षेत्र में हुए विस्फोट में मारे गए।
इस्राइल-हमास युद्ध 7 अक्तूबर 2023 को तब शुरू हुआ, जब फलस्तीनी चरमपंथियों ने इस्राइल पर हमला किया। इस हमले में करीब 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर नागरिक थे और ढाई सौ लोगों को बंधक बना लिया गया। इनमें से अधिकांश बंधकों को युद्धविराम समझौतों या अन्य समझौतों के तहत रिहा कर दिया गया। हालांकि अभी भी हमास ने 58 लोगों को बंधक बना रखा है, जिनमें करीब एक तिहाई के जीवित होने का आशंका है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस्राइल की सैन्य कार्रवाई में 54,000 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो चुकी है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि मृतकों में कितने नागरिक थे और कितने हमास के लड़ाके। इस्राइली हमलों में गाजा का बड़ा हिस्सा तबाह हो चुका है और लगभग 90 फीसदी आबादी बेघर हो चुकी है।
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