मसानी आपके बाप की नहीं है", मथुरा में थानेदार ने पीड़ित महिलाओं पर झाड़ा वर्दी का रौब

मथुरा (आरएनआई) मथुरा ज़िले से महिला सुरक्षा और पुलिस के रवैये को लेकर एक शर्मनाक घटना सामने आई है। (मसानी) से जुड़े विवाद में न्याय की उम्मीद लेकर थाने पहुँची पीड़ित महिलाओं को वहां तैनात थानेदार से अपमानजनक व्यवहार झेलना पड़ा। थानेदार ने महिलाओं की शिकायत सुनने के बजाय, उन्हें झिड़कते हुए कह दिया — "मसानी आपके बाप की नहीं है!"
क्या है पूरा मामला?
मथुरा ज़िले के मसानी की कुछ महिलाओं का मसानी दबंगों से शमशान भूमि को लेकर विवाद चल रहा था। आरोप है कि कुछ प्रभावशाली लोग मसानी भूमि पर कब्ज़ा करने की कोशिश कर रहे थे। जब महिलाओं ने इसका विरोध किया तो उन्हें धमकाया गया।
इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने जब महिलाएं थाने पहुंचीं, तो वहां ड्यूटी पर तैनात थानेदार ने उनकी बात सुनने के बजाय उन्हें झिड़क दिया और कथित तौर पर कहा- "मसानी आपके बाप की नहीं है, चलिए यहां से!"
महिलाओं ने लगाया गंभीर आरोप
पीड़ित महिलाओं का कहना है कि थानेदार ने न सिर्फ उन्हें फटकारा, बल्कि उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया। शिकायत दर्ज करने के बजाय उन्हें ही दोषी ठहराने की कोशिश की गई।
प्रशासन से की गई शिकायत
घटना के बाद महिलाएं एसपी कार्यालय पहुंचीं और वहां शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने मथुरा पुलिस अधीक्षक से मांग की कि संबंधित थानेदार के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।
स्थानीय संगठनों ने की निंदा
घटना की खबर फैलते ही स्थानीय महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। महिला अधिकार कार्यकर्ता रीता शर्मा ने कहा: “अगर थाने में भी महिलाएं अपमानित की जाएंगी तो फिर न्याय की उम्मीद कहां से की जाए? दोषी पुलिस अधिकारी पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।”
पुलिस प्रशासन की प्रतिक्रिया
अभी तक मथुरा पुलिस की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि पूरे मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है और उच्च अधिकारी पूरे प्रकरण को गंभीरता से ले रहे हैं।
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