माया टीला कांड : तीन मासूमों की मौत का जिम्मेदार गिरफ्तार, फरार सुनील गुप्ता पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था

मथुरा (आरएनआई) मथुरा जनपद के थाना गोविंद नगर क्षेत्र में बीते रविवार को दिल दहला देने वाली घटना का मास्टर माइंड सुनील चैन आखिर पुलिस के हत्थे चढ़ गया, ये मथुरा पुलिस के लिए एक बड़ा चुनौती भरा कार्य था जिसे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार द्वारा चंद घंटों में गिरफ्तार कर सबकी बोलती बंद कर दी।
गोविन्द नगर में माया टीला इलाके में अवैध निर्माण के चलते गई मासूमों की जान के मामले ने यूपी की सियासत को हिला कर रख दिया, हर पक्ष विपक्ष का नेता इस मामले में एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराया रहा था और लोग पुलिस पर भी निशाना साध रहे थे, पर मथुरा पुलिस द्वारा मासूम बच्चियों के परिजनों द्वारा लिखाई गई रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों की धरपकड़ के लिए चार टीम बनाई और पुलिस कप्तान श्लोक कुमार ने आरोपितों की धर पकड़ पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया , वही जिलाधिकारी सीपी सिंह ने भी मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल मजिस्ट्रेट जांच के आदेश जारी कर दिए।
माया टीला पर अवैध निर्माण के कारण मासूमों की जान चली गई जिसके कारण चर्चाओं का बाजार गर्म था शहर की जनता के बीच चर्चा थी कि यह टीला था तो सरकार को संरक्षित तो इस टीले की खरीद फरोख्त की अनुमति किस आधार पर मिली , वही कुछ लोगों का कहना है कि यह जमीन सिद्ध बाबा की थी तो इसे कोई बेच नहीं सकता था ।
इस स्थान पर अवैध रूप से कार पार्किंग चलाई जा रही थी जिसके एवज में मोटी कमाई की जा रही थीं, इस जगह को सुनील चैन द्वारा कुछ लोगों को बेच दी गई, इस टीले की खरीद फरोख्त में मथुरा शहर के तमाम नामचीन लोगों का हाथ होने की सुगबुगाहट लग रही है जो जांच होने पर ही खुलासा हो पाएंगे, सूत्रों से जानकारी के अनुसार इस टीले की खरीद फरोख्त कई रजिस्ट्री के माध्यम से हुई थी, चर्चाओं के बाजार में बात उछल रही है कि 1 लाख रुपए गज के हिसाब से कच्ची पर्चियों में इसका सौदा भी आगे किया गया।
इस घटना का मास्टर माइंड सुनील कुमार गुप्ता उर्फ सुनील चैन थाना गोविंद नगर क्षेत्र के गली कानूनगो का निवासी बताया जा रहा है जो सर्राफा कारोबारी है सर्राफे में कमाई के साथ साथ जमीन खरीद फरोख्त का भी धंधा करने लगा उसने ही सिद्ध बाबा मंदिर स्थित माया टीला की जमीन को हथियाया ये जांच का विषय है जमीन किससे और कैसे खरीदी या कब्जा की।
सुनील चैन के साथ कुछ नामचीन लोग मिल कर इस टीले को जमीदोज कर अपार्टमेंट का निर्माण करना चाहते थे जिसके चलते धीरे धीरे इस पूरे टीले को समतल करने का काम चल रहा था।
सूत्रों से पता चला है कि जमीन सुनील ने अपनी पत्नी साध्वी के नाम पर की गई थी सुनील ने धीरे धीरे मिट्टी को समतल कर यहां पार्किंग चालू कर दी जिससे किसी को शक ना हो टीले की मिट्टी हटाकर दिवाल खड़ी की जा रही थी,50 फिट ऊपर बने मकानों को नजर अंदाज कर बेखौफ खुदाई का काम चालू था तभी रविवार को अचानक टीले की मिट्टी सरक गई और बड़ा हादसा हो गया, हादसे के बाद इन लोगों द्वारा बड़ी सफाई से पहले लगे सीसीटीवी कैमरों को हटाया और साथ में डीवीआर लेकर मौके से भाग निकले , कांड होने के बाद अब प्रशासन भी अपने आप के ऊपर लगी कालिख को पोछने में उतर चुका है जबकि छ महीने से लगातार खनन चल रहा था किसी भी अधिकारी ने देखने की जहमत नहीं उठाई, मिट्टी ट्रॉलियों में भर भर कर ले जाई गई किसी चौराहे पर खड़े सिपाही ने भी ये बोलने की कोशिश नहीं की कि आखिर इतनी मिट्टी कहा से एक रिहायशी इलाके से ले जाई जा रही है।
हादसे में बेकसूरों की जान गई और छोड़ गई अपने पीछे सवालों की फहरिस्त जिम्मेदार विभाग अब अपनी अपनी बचाने की जुगत में लगे हुए हैं।
पुलिस ने उक्त घटना में आरोपित तीन व्यक्तियों को धर दबोच कर अपने ऊपर लगी कालिख को कुछ हद तक साफ करने की कोशिश की इस मामले में थाना गोविंद नगर एसएचओ कमलेश सिंह की बिदाई तो हो चुकी पर घटना के मुख्य आरोपित सुनील चैन को बिरला मंदिर इलाके से उठा लिया गया साथ ही ठेकेदार पप्पू भी पुलिस के शिकंजे में फंस गया है।
What's Your Reaction?






