'ये तो बस एक शुरुआत है...', सुप्रिया सुले ने की ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच कार्यक्रम की तारीफ
राकांपा (शरदचंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के वैश्विक संपर्क कार्यक्रम की तारीफ की। उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने आतंवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई का स्पष्ट रुख सामने रखा। सुले ने कहा कि यह केवल एक शुरुआत है।

मुंबई (आरएनआई) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार गुट) की सांसद सुप्रिया सुले ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद वैश्विक संपर्क कार्यक्रम को लेकर अपने अनुभव साझा किए। इस कार्यक्रम के तहत उनके नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने दुनिया के कई देशों का दौरा किया और वहां भारत का आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रुख स्पष्ट रूप से सामने रखा।
जब सुले से पूछा गया कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दौरों ने दुनिया में भारत की छवि को कैसे बदला, तो उन्होंने कहा, यह तो बस एक शुरुआत है। कई देशों ने उम्मीद जताई है कि आगे भी हमारे देश और उनके बीच संसदीय मित्रता समूह बनाए जाएं, ताकि ये संबंध लगातार बने रहें।
उन्होंने आगे कहा, हमारी विदेश मंत्री से बैठक होगी, जहां हम यह फीडबैक देंगे कि कई देशों को लगता है कि हमें आपसी बातचीत बढ़ानी चाहिए, चाहे वह व्यापार हो, संस्कृति, शिक्षा या दवा उद्योग। हमें इन सभी क्षेत्रों में लगातार संवाद बनाए रखने की जरूरत है।
एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व सुप्रिया सुले ने किया, जिसमें राजीव प्रताप रूड़ी, विक्रमजीत सिंह साहनी, मनीष तिवारी, अनुराग सिंह ठाकुर, लवु श्रीकृष्ण देवरायलु, आनंद शर्मा, वी. मुरलीधरन और सैयद अकबरुद्दीन शामिल थे।
इस प्रतिनिधिमंडल ने दुनिया के प्रमुख देशों के नेताओं से मुलाकात कर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की व्यापक लड़ाई के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने दुनिया के प्रमुख देशों में जाकर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर भारत की प्रतिक्रिया और सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई के बारे में जानकारी दी।
जब उनसे अजित पवार की पार्टी और एनसीपी (शरद पवार गुट) के बीच संभावित गठबंधन पर सवाल किया गया, तो सुप्रिया सुले ने कहा, मैं 11 दिन विदेश में थी और उससे पहले दो दिन दिल्ली में विदेश मंत्रालय की ब्रीफिंग में लगे। यानी कुल 13 दिन इस अभियान और कार्यक्रम में बीते। इन 13 दिनों में राजनीति का कोई वक्त नहीं था। 6 जून को मंत्रालय ने हमें फिर बुलाया है, उसके बाद देखेंगे... राजनीति तो चलती रहती है।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X
What's Your Reaction?






