क्या होता है 'ब्लैक बॉक्स', विमान हादसे के बाद क्यों शुरू हो जाती है इसकी खोज
गुजरात के अहमदाबाद में आज एक बड़ा विमान हादसा हुआ जिसमें 242 लोग सवार थे। B787 विमान VT-ANB अहमदाबाद से लंदन जा रहा था और उड़ान भरने के 5 मिनट बाद क्रैश हो गया। बचाव दल विमान के ब्लैक बॉक्स को खोजने में जुटा है जिससे हादसे की असली वजह सामने आएगी।

नई दिल्ली (आरएनआई) गुजरात के अहमदाबाद में आज गुरुवार एक बड़ा विमान हादसा हो गया। विमान में 242 लोग सवार थे। B787 विमान VT-ANB अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर उड़ान भरी थी और उसके 5 मिनट बाद क्रैश हो गया। हादसे की असल वजह अब तक सामने नहीं आ पाई है।
इसी बीच बीएसएफ और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। हादसे की असल वजह अभी तक सामने नहीं आई है। वहीं, दूसरी ओर बचाव दल विमान के ब्लैक बॉक्स को खोजने में जुटी है। ब्लैक बॉक्स के मिलने के बाद ही हादसे की असली वजह सामने आएगी। ब्लैक बॉक्स का काम उड़ान के दौरान विमान से जुड़ी बेहद जरूरी गतिविधियों को रिकॉर्ड करना है।
ब्लैक बॉक्स में दो महत्वपूर्ण डिवाइस इंस्टॉल की जाती है। पहला है FDR, फ्लाइट डाटा रिसर्च। इस डिवाइस में प्लेन की रफ्तार, ऊंचाई, इंजन की स्थिति, फ्लाइट का रूट, पायलट की हर गतिविधियों को रिकॉर्ड की जाती है। वहीं, दूसरी ओर CVR यानी कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर होता है। कॉकपिट में पायल और को पायलट के बीच हुई बातचीत सहित अन्य जरूरी ऑडियो रिकॉर्ड होते हैं।
ब्लैक बॉक्स के जरिए एक्सपर्ट यह पता लगाते हैं कि क्या तकनीकी खराबी की वजह से विमान हादसा हुआ या फिर किसी मानवीय गलती की वजह से हादसा हुआ। ब्लैक बॉक्स को मजबूत मटेरियल से तैयार किया जाता है। आग और पानी में भी यह बॉक्स सुरक्षित रहता है।
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