देश में 15 दिन में 20 गुना हुए कोरोना के सक्रिय केस, आंकड़ा 5000 के पार, 24 घंटे में चार मौतें भी हुईं
कोरोना की नई लहर में बढ़ते मामले भारत में भी चिंता बढ़ा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के कोविड डैशबोर्ड पर साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को कोविड के कुल सक्रिय मामले 4866 थे, जो शुक्रवार को बढ़कर 5364 हो गए हैं। केरल अब भी सबसे अधिक मामलों (1679) वाला राज्य है, इसके बाद गुजरात में 615, पश्चिम बंगाल में 596 और दिल्ली में 592 कोविड के सक्रिय मामले हैं।

नई दिल्ली (आरएनआई) देश में कोरोना के सक्रिय मामले 5000 के पार पहुंच गए हैं। 22 मई को यह आंकड़ा 275 था। ऐसे में बीते 15 दिन में कोरोना के सक्रिय मामले 20 गुना हो गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में सक्रिय कोरोना मामलों में केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। इसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का नंबर आता है।
मामलों में वृद्धि को देखते हुए केंद्र कोरोना के लिए तैयारियों की जांच करने के लिए मॉक ड्रिल कर रहा है। सभी राज्यों को कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। भारत में 5,364 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटों में चार नई मौतें दर्ज की गई हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, अधिकांश मामले हल्के या बिना लक्षणों वाले हैं। इनका इलाज घर बैठे ही किया जा सकता है, बस खुद को आइसोलेट करने की जरूरत है, ताकि दूसरों तक यह न फैले। कोरोना की वजह से इस साल जनवरी से अब तक देश में कुल 55 मौतें हुई हैं। 22 मई को देश में कुल 257 सक्रिय मरीज थे।
इससे पहले 2 और 3 जून को स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक (DGHS) डॉ. सुनीता शर्मा की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ, आपातकालीन प्रबंधन प्रतिक्रिया (EMR) प्रकोष्ठ, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR), एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP), दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों के प्रतिनिधियों और सभी राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों के साथ मौजूदा कोरोना स्थिति और तैयारियों का मूल्यांकन करने के लिए तकनीकी समीक्षा बैठकों की एक सीरीज आयोजित की गई थी।
4 जून को आधिकारिक सूत्रों ने कहा था कि IDSP के तहत राज्य और जिला निगरानी इकाइयां इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (SARI) की बारीकी से निगरानी कर रही हैं। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा था कि दिशानिर्देशों के अनुसार सभी भर्ती SARI मामलों और 5 प्रतिशत ILI मामलों के लिए परीक्षण की सिफारिश की जाती है। सकारात्मक SARI नमूनों को ICMR VRDL नेटवर्क के माध्यम से संपूर्ण जीनोम अनुक्रमण के लिए भेजा जाता है।
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