ऑपरेशन सिंदूर पर सीडीएस बोले- पाकिस्तान ने 48 घंटे तक लड़ने का दम भरा, हमने आठ घंटे में घुटनों पर ला दिया
सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने मंगलवार को पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत ने पाकिस्तानी ठिकानों पर बहुत सोच-समझकर सटीक हमले किए। कुछ हमलों की सटीकता तो दो मीटर से भी कम रही। उन्होंने यह भी बताया कि कैसे पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ 48 घंटों तक लड़ने तक दम भरा, लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने उसे आठ घंटों में ही घुटनों पर ला दिया।

पुणे (आरएनआई) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के पीछे के कारणों पर बात करते हुए कहा कि पहलगाम में जो हुआ, वह घोर क्रूरता थी। 'ऑपरेशन सिंदूर' के पीछे सोच यह थी कि पाकिस्तान से राज्य प्रायोजित आतंकवाद को रोका जाए। उसे भारत को आतंकवादी गतिविधियों का बंधक नहीं बनाना चाहिए। भारत अब आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल की छाया में नहीं रहने वाला। उन्होंने फिर दोहराया कि पेशेवर सैन्य बलों पर असफलताओं और नुकसानों का कोई असर नहीं होता। नुकसान महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि परिणाम महत्वपूर्ण हैं।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा कि इस संघर्ष का प्रारंभिक बिंदु पहलगाम आतंकी हमला था। क्या आतंकवाद युद्ध का एक तर्कसंगत तरीका है? मुझे नहीं लगता कि ऐसा है, क्योंकि आतंकवाद का कोई परिभाषित तर्क नहीं है। जहां तक हमारे विरोधी का सवाल है तो उसने भारत को हजारों घाव देकर खून बहाने का फैसला किया है। 1965 में जुल्फिकार अली भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ एक हजार साल के युद्ध की घोषणा की थी।
सीडीएस जनरल चौहान ने युद्ध के अलग-अलग तरीकों पर कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में युद्ध और राजनीति समानांतर रूप से हो रही थी। पहलगाम में जो कुछ हुआ, उससे कुछ सप्ताह पहले ही पाक सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने भारत और हिंदुओं के खिलाफ जहर उगला था। हमने सीमा बढ़ा दी है, आतंक को पानी से जोड़ दिया है, आतंक के खिलाफ सैन्य अभियान की नई रेखा खींची है।
सीडीएस ने कहा कि 10 मई को रात करीब एक बजे उनका (पाकिस्तान का) लक्ष्य 48 घंटे में भारत को घुटने टेकने पर मजबूर करना था। कई हमले किए गए और उन्होंने इस संघर्ष को और बढ़ा दिया। हमने तो सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। ऑपरेशन जो उन्हें लगा कि 48 घंटे तक चलेगा, लगभग 8 घंटे में ही खत्म हो गया और फिर उन्होंने फोन उठाया और कहा कि वे बात करना चाहते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुए नुकसान के बारे में पूछे जाने पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा, 'जब मुझसे हमारी ओर से हुए नुकसान के बारे में पूछा गया तो मैंने कहा कि ये महत्वपूर्ण नहीं हैं। परिणाम और आप कैसे कार्य करते हैं, ये महत्वपूर्ण है। नुकसान के बारे में बात करना बहुत सही नहीं होगा। मान लीजिए कि आप क्रिकेट टेस्ट मैच में जाते हैं और आप किसी भी तरह से जीत जाते हैं, तो कितने विकेट, कितनी गेंदें और कितने खिलाड़ी हैं, इसका कोई सवाल ही नहीं है। तकनीकी मापदंडों के आधार पर हम यह विशेष डेटा निकालेंगे और आपके साथ साझा करेंगे। हम आपको बताएंगे कि हमने कितने विमान नष्ट किए और हमने कितने रडार नष्ट किए। हम इसका एक मोटा आकलन करेंगे और जल्द ही इस बारे में बताएंगे।'
सीडीएस ने कहा कि हमने 7 मई को स्ट्राइक के दिन ही पाकिस्तान को सूचित कर दिया था। जब पाकिस्तान की तरफ से बयानबाजी हुई, तो हमने यह भी कहा कि अगर पाकिस्तान हम पर हमला करता है, सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करता है तो हम उन्हें जवाब देंगे, जोरदार जवाब देंगे।
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