दिल्ली-एनसीआर और पंजाब समेत कई राज्यों में बारिश का अनुमान, आंधी-बारिश का येलो अलर्ट जारी
समय से पहले पहुंचे मानसून के कारण देश के कई राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है। यूपी, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब समेत कई राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। आज भी दिल्ली-एनसीआर में आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है।

नई दिल्ली (आरएनआई) इस साल समय से पहले पहुंचा मानसून तेजी से मध्य भारत सहित अन्य हिस्सों में आगे बढ़ रहा है। देश के कई हिस्सों में जोरदार बारिश देखने को मिल रही है। कई पहाड़ी राज्यों में भी बारिश हो रही है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में भी तेज हवाओं और हल्की बारिश की वजह से हीटवेव से राहत मिली है। आज के मौसम की बात करें तो दिल्ली एनसीआर में आज बादल छाए रहने की संभावना है। तेज हवाओं के साथ बारिश होने की आशंका भी जताई गई है। मौसम विभाग ने आंधी-बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
इस साल समय से पहले पहुंचा मानसून तेजी से मध्य भारत सहित अन्य हिस्सों में आगे बढ़ रहा है। देश के कई हिस्सों में जोरदार बारिश देखने को मिल रही है। कई पहाड़ी राज्यों में भी बारिश हो रही है। दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में भी तेज हवाओं और हल्की बारिश की वजह से हीटवेव से राहत मिली है। आज के मौसम की बात करें तो दिल्ली एनसीआर में आज बादल छाए रहने की संभावना है। तेज हवाओं के साथ बारिश होने की आशंका भी जताई गई है। मौसम विभाग ने आंधी-बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।
उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणआ में 50 से 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और गाजियाबाद में मौसम विभाग ने आंधी-बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। इन दोनों शहरों में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अलर्ट जारी किया है। 1 जून तक इन राज्यों में बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक 31 मई को भी यूपी के लगभग 50 जिलों में बारिश हो सकती है। 31 मई और 1 जून को बादल छाए रहेंगे। कई जगहों पर 45 से 55 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है।
बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में भी मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश और तेज हवाओं की वजह से तापमान में कमी दर्ज की जाएगी। मौसम विभाग ने पूर्वोत्तर भारत में अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। गुजरात, मराठवाड़ा और गोवा में भी मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने केरल में भारी बारिश का अनुमान लगाया है।
मौसम विभाग ने कहा कि दरअसल बांग्लादेश के ऊपर जो दबाव का क्षेत्र है, उसके उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ने और अगले 12 घंटों के दौरान एक निम्न दबाव क्षेत्र में कमजोर पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने यह भी कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले 4-5 दिनों तक उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश, गरज के साथ छींटे और तेज हवाएं चलने की संभावना है। इसके अलावा केरल, तटीय कर्नाटक और तमिलनाडु के घाट क्षेत्रों में भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने बताया कि 31 मई से वर्षा कम हो जाएगी।
पूर्वोत्तर भारत में अगले एक सप्ताह के दौरान व्यापक स्तर पर हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश जारी रहने की संभावना है। 1 जून तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी वर्षा होने के आसार हैं। अगले सात दिनों के दौरान असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश का अनुमान है। इसके अतिरिक्त, 30 मई को मेघालय में अलग-अलग जगहों पर असाधारण रूप से भारी वर्षा हो सकती है। दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में 30 मई से 1 जून तक केरल और माहे, कर्नाटक में हल्की, मध्यम वर्षा का अनुमान है।
त्रिपुरा में शुक्रवार को रुक-रुक बारिश हुई, जिसके कारण सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने राज्य में अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान व्यक्त किया है। बृहस्पतिवार को राज्य के तीन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी हुआ था और खराब मौसम के कारण दो उड़ानें रद्द करनी पड़ी थी, हालांकि शुक्रवार को उड़ानें सामान्य रहीं।
पहाड़ी राज्य मिजोरम के आईजोल में बुधवार से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन सभी स्कूल बंद रहे। आईजोल के उपायुक्त और जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा कि शुक्रवार को कई घंटों से हो रही भारी बारिश के कारण सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया गया है।
कर्नाटक में लगातार हो रही बारिश और भूस्खलन से दो बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि बृहस्पतिवार रात को मोंटेपडावू कोडि के पास भूस्खलन होने से कुछ लोग घर के मलबे में दब गए। जिसमें महिला और उसके एक बच्चे को बचा लिया गया, जबकि पांच लोगों की मौत हो गई। लोगों ने बताया कि भारी बारिश और जमीनी हालत अच्छी नहीं होने से बचाव कार्य में काफी दिक्कत आई। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि 125 वर्षों में पहली बार मई में रिकॉर्ड बारिश हुई है। उन्होंने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि राज्य के 28 जिलों में सामान्य से अधिक बारिश दर्ज की गई है।
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