सस्ते प्रोडक्टस बेचने वाली फर्जी वेबसाइट से बचें, पहले सत्यता परखें उसके बाद ही अपनी निजी जानकारी शेयर करें उपयोगकर्ताः- एसपी डबवाली
(सुरेश रहेजा, परवीन कुमार, चंद्र मोहन, साहिल रहेजा)

डबवाली (आरएनआई) साइबर अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक श्रीमती निकिता खट्टर आईपीएस ने आमजन को जागरूक करते हुए कहा है कि आजकल के तकनीकी युग में साइबर अपराधी नए नए तरीकों से आम नागरिकों की जमा पूंजी के निशाना बना रहे हैं और लोग उनके जाल में फंस रहें हैं कभी सस्ते सूट, कभी क्रिप्टो करेंसी में मोटा मुनाफा कमाने का लालच, कभी ट्रेडिंग प्लेटफार्म के नाम पर लोगों को झांसे में लिया जा रहा है व उनकी निजी जानकारी को चुराकर उनका गलत उपयोग किया जा रहा है । ऐसे मे आवश्यक यही है कि आम नागरिकों को किसी भी वेबसाइट या प्लेटफार्म पर जाने से पहले उसकी जानकारी हो । आज के युग में मोबाइल या लैपटॉप चला कर इंटरनेट का उपयोग करना कोई नई बात नहीं है बच्चों से लेकर बूढ़े बुजुर्ग भी इसमें पीछे नहीं हैं । इसलिए सावधानी और सतर्कता के उद्देश्य से निम्न बातों को ध्यान में रखना आवश्यक हैः-
फर्जी वेबसाइटों से बचने के लिए सुझाव:- वेबसाइट के URL (वेबसाइट का पता) को ध्यान से जांचें और देखें कि यह असली वेबसाइट से मेल खाता है या नहीं। कभी-कभी फर्जी वेबसाइट वैध वेबसाइटों के नाम के समान नाम का उपयोग करती हैं, लेकिन URL थोड़ा अलग होता है, इसलिए URL की स्पेलिंग और डोमेन नाम को ध्यान से जांचें । जब आप किसी वेबसाइट पर वित्तीय जानकारी या निजी जानकारी दर्ज करते हैं, तो सुनिश्चित करें कि वेबसाइट एक सुरक्षित कनेक्शन का उपयोग करती है (HTTPS)। यह सुरक्षा का एक संकेत है। आधिकारिक सरकारी वेबसाइटों या विश्वसनीय संगठनों की वेबसाइटों पर ही भरोसा करें। यदि आप किसी वेबसाइट पर शक करते हैं, तो उसकी प्रमाणिकता को सत्यापित करने के लिए पहले उसके बारे में जानकारी इकट्ठा करें। ऐसे ईमेल या संदेशों से सावधान रहें जिनमें आपसे निजी जानकारी मांग की जाती है या आपको किसी वेबसाइट पर जाने के लिए कहा जाता है । अगर आपको कोई संदेह है, तो ऐसे ईमेल या संदेशों को अनदेखा करें और उनकी जांच करें । ऑनलाइन खरीदारी करते समय, भरोसेमंद स्रोतों से ही खरीदारी करें। यदि आप किसी वेबसाइट से खरीदारी करने से पहले उसके बारे में जानकारी इकट्ठा करें। यदि आप किसी वेबसाइट पर अपनी निजी जानकारी दर्ज करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जांच कर लें कि वेबसाइट सुरक्षित है या नहीं । यदि आपको कोई वेबसाइट फर्जी लगती है, तो तुरंत इसकी रिपोर्ट करें। आप अपने बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी को भी इसकी सूचना दे सकते हैं। यदि कोई वेबसाइट आपको बहुत कम कीमत पर कोई उत्पाद या सेवा पेश कर रही है, तो यह संभव है कि यह एक फर्जी वेबसाइट हो। यदि कोई वेबसाइट आपको बहुत ही अनुचित विज्ञापनों के साथ दिखा रही है, तो यह संभव है कि यह एक फर्जी वेबसाइट हो। यदि कोई वेबसाइट का डिजाइन बहुत ही अजीब है, तो यह संभव है कि यह एक फर्जी वेबसाइट हो। यदि कोई वेबसाइट अनुचित भाषा का उपयोग कर रही है, तो यह संभव है कि यह एक फर्जी वेबसाइट हो।
फर्जी वेबसाइट से बचने के सुझावः-अपने एंटीवायरस सॉफ्टवेयर को हमेशा अपडेट रखें ताकि वह किसी भी संभावित खतरे से आपकी सुरक्षा कर सके। अपने ब्राउज़र को हमेशा अपडेट रखें ताकि वह किसी भी संभावित खतरे से आपकी सुरक्षा कर सके। सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें और अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलें। हमेशा सावधान रहें और किसी भी वेबसाइट पर अपनी निजी जानकारी देने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह से जांच कर लें। यदि आपको किसी भी वेबसाइट पर कोई संदेह है, तो तुरंत उसकी जांच करें और अपनी निजी जानकारी देने से बचें। किसी भी प्रकार की साइबर ठगी होने पर राष्ट्रीय हेल्पलाइन न. 1930 पर काल करें या अपने नजदीकी थाना में जाकर साइबर हेल्प डेस्क पर अपनी शिकायत दर्ज कराएं , सावधानी और सतर्कता में ही बचाव है । डबवाली पुलिस आपकी सहायता के लिए सदैव तत्पर है ।
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