जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने मोहाली से गुम हुई लड़की को उसके परिवार से मिलाया
(सुरेश रहेजा, परवीन कुमार, चंद्र मोहन, साहिल रहेजा)

अमृतसर (आरएनआई) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने साहिबजादा अजीत सिंह नगर से कल अपने परिवार से निराश होकर घर छोड़कर चली गई लड़की को उसके परिवार से मिलाने में सफलता प्राप्त की है तथा दोनों पक्षों से बातचीत की है। इस बारे में जानकारी देते हुए प्राधिकरण के सचिव अमरदीप सिंह बैंस ने बताया कि कल सुबह करीब 11:00 बजे मोहाली निवासी एक लड़की जो चंडीगढ़ कॉलेज की छात्रा है, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अमृतसर के कार्यालय में आई। उसके अनुसार वह दो दिन पहले दिनांक 02.06.2025 को अपने माता-पिता द्वारा उसके साथ किए जा रहे अवांछित और दर्दनाक व्यवहार के कारण अपना घर छोड़कर चली गई थी तथा दिनांक 02/03.06.2025 की मध्य रात्रि में उसने अमृतसर में अपनी सहेली के घर शरण ली थी। उसके बाद दिनांक 03/04.06.2025 की मध्य रात्रि को उसने श्री दरबार साहिब, अमृतसर में शरण ली। उसने आगे बताया कि जब वह हर तरफ से परेशान हो गई और हर प्रयास में असफल होने के बाद उसे “CHATGPT” सॉफ्टवेयर के माध्यम से जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, अमृतसर के बारे में पता चला। जब वह जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, अमृतसर के फ्रंट ऑफिस में पहुंची तो वह रोने लगी और फ्रंट ऑफिस के कर्मचारियों द्वारा उसकी सहायता की गई और श्री अमरदीप सिंह बैंस, सचिव/सीजेएम, जिला कानूनी सेवा प्राधिकरण, अमृतसर ने उसकी समस्याओं को सुना और उसे आश्वासन दिया कि उसकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। लड़की को उसके परिवार द्वारा किए गए उत्पीड़न के बारे में बताया गया था लेकिन वह अपने माता-पिता के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं करना चाहती थी। लेकिन उसने अनुरोध किया कि वह अपने माता-पिता के साथ वैकल्पिक समझौता प्रक्रिया मध्यस्थता के माध्यम से विवाद को सुलझाना चाहती है और इस आधार पर उसने एक लिखित आवेदन दायर किया। उसकी शिकायत सुनने के बाद, उसे ऑनलाइन मध्यस्थता के माध्यम से उसके माता-पिता के संपर्क में लाया गया और लगभग 3 घंटे के विचार-विमर्श और चर्चा के बाद, मामला सुलझा लिया गया और लड़की मोहाली में अपने माता-पिता के घर लौटने के लिए सहमत हो गई। उसके माता-पिता भी अपनी बेटी को वापस अपने घर ले जाने के लिए सहमत हो गए। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अमृतसर के सचिव श्री अमरदीप सिंह बैंस द्वारा लड़की का हौसला बढ़ाया गया तथा इस दौरान उसके रहने, खाने-पीने तथा अन्य आवश्यक वस्तुएं भी उपलब्ध करवाई गईं। जब तक उसके माता-पिता मोहाली से अमृतसर नहीं पहुंच गए, तब तक लड़की को अमृतसर के सिविल अस्पताल में स्थित "सखी वन स्टॉप सेंटर" में आश्रय दिया गया। रात करीब 10:30 बजे लड़की के माता-पिता उक्त सेंटर पर पहुंचे तथा खुशी-खुशी अपनी बेटी को वापस मोहाली ले गए। इस प्रकार जिला विधिक सेवा अधिकारी, अमृतसर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष श्री अमरिंदर सिंह ग्रेवाल के कुशल मार्गदर्शन में कार्य करते हुए लड़की को उसके परिवार से मिलाने में सफल रहे।
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