'पाकिस्तान से राज्य प्रायोजित आतंकवाद को रोकना ही ऑपरेशन सिंदूर का मकसद', सीडीएस जनरल चौहान की दो टूक

नई दिल्ली (आरएनआई) चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा कि पहलगाम में जो हुआ, वह पीड़ितों के प्रति घोर क्रूरता थी। 'ऑपरेशन सिंदूर' के पीछे सोच यह थी कि पाकिस्तान से राज्य प्रायोजित आतंकवाद को रोकना होगा। सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने पुणे में एक कार्यक्रम में ऑपरेशन सिंदूर के पीछे के कारणों पर बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान को भारत को आतंकवादी गतिविधियों का बंधक नहीं बनाना चाहिए। भारत अब आतंकवाद और परमाणु ब्लैकमेल की छाया में नहीं रहने वाला। उन्होंने फिर दोहराया कि पेशेवर सैन्य बलों पर असफलताओं और नुकसानों का कोई असर नहीं होता। नुकसान महत्वपूर्ण नहीं हैं, बल्कि परिणाम महत्वपूर्ण हैं।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने कहा कि इस संघर्ष का प्रारंभिक बिंदु पहलगाम आतंकी हमला था। क्या आतंकवाद युद्ध का एक तर्कसंगत तरीका है? मुझे नहीं लगता कि ऐसा है, क्योंकि आतंकवाद का कोई परिभाषित तर्क नहीं है। जहां तक हमारे विरोधी का सवाल है तो उसने भारत को हजारों घाव देकर खून बहाने का फैसला किया है। 1965 में जुल्फिकार अली भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ एक हजार साल के युद्ध की घोषणा की थी।
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