'ट्रंप के फैसलों पर पीएम मोदी-विदेश मंत्री चुप, भारतीय छात्र परेशान'; कांग्रेस ने सरकार से मांगा जवाब
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने अपनी वीजा व्यवस्था में बदलाव करने के लिए सख्त नीतियां अपनाई हैं, जिससे वहां पढ़ने वाले विदेशी छात्रों पर असर पड़ रहा है। इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि चीन ने भी अपने छात्रों के लिए सख्त प्रतिक्रिया दी है, लेकिन हमारे पीएम और विदेश मंत्री चुप हैं।

नई दिल्ली (आरएनआई) कांग्रेस ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस फैसले पर चिंता जताई, जिससे वहां पढ़ने वाले विदेशी छात्रों पर असर पड़ रहा है। इस दौरान कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधा। पार्टी ने कहा कि चीन ने अपने छात्रों के लिए सख्त प्रतिक्रिया दी है, लेकिन पीएम मोदी और विदेश मंत्री इस मुद्दे पर पूरी तरह चुप हैं, जिसके चलते भारतीय छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि विदेश मंत्रालय के अनुसार, साल 2024 में लगभग 3,37,630 भारतीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका गए। उन्होंने बताया कि अमेरिकी कॉलेजों में जितने विदेशी छात्र हैं, उनमें से एक-तिहाई भारत से हैं। इसका मतलब है कि करीब साढ़े तीन लाख भारतीय परिवारों ने अपनी मेहनत की कमाई या लोन लेकर अपने बच्चों की अमेरिका में पढ़ाई के लिए खर्च किया है।
जयराम रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि इन छात्रों के साथ-साथ जो छात्र पहले से अमेरिका में पढ़ रहे हैं, उनका भविष्य अनिश्चित है। इसके अलावा, जो छात्र 2025 में पढ़ाई के लिए अमेरिका जाने की योजना बना रहे हैं, उनकी उम्मीदों पर भी पानी फिर सकता है। उन्होंने कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं। चीन ने अपने छात्रों के बारे में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि हमारे प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री पूरी तरह से चुप हैं।'
जयराम रमेश ने ऑपरेशन सिंदूर पर राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा किए गए दावे को लेकर भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ट्रंप ने दावा किया है कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ चार दिनों के बाद रोक दिया था, लेकिन केंद्र सरकार ने ट्रंप के इस दावे पर भी चिंता का एक शब्द भी नहीं कहा और पूरी तरह से चुप रहे। रमेश ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यों से भारतीय छात्र और उनके परिवार बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं।
भारत ने बीते बृहस्पतिवार को कहा कि उसे उम्मीद है कि अमेरिका भारतीय छात्रों के वीजा आवेदनों को उनकी योग्यता के आधार पर देखेगा। ट्रंप प्रशासन ने अपनी वीजा व्यवस्था में बदलाव कर नए छात्र वीजा साक्षात्कारों और सोशल मीडिया जांच को लेकर सख्त नीतियां अपनाई हैं, जिससे भारत सहित दुनिया भर के छात्रों के बीच व्यापक अनिश्चितता पैदा हो गई है।
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