अमरनाथ यात्रा 2025: इस साल सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम, CAPF की 581 कंपनियां तैनात; पहली बार लगेगा जैमर
जम्मू-कश्मीर में तीन जुलाई से अमरनाथ यात्रा प्रारंभ हो रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद इस यात्रा को लेकर सरकार अधिक सावधानी बरत रही है। इस बार भी अमरनाथ यात्रा पर पाकिस्तान के दशहतगर्दों की बुरी नजर है।

नई दिल्ली (आरएनआई) इस साल तीन जुलाई से शुरू हो रही श्री अमरनाथ यात्रा के दौरान सरकार की ओर से सुरक्षा के व्यापक और अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं। यात्रा तीन जुलाई से नौ अगस्त तक आयोजित की जाएगी। इस साल अमरनाथ की यात्रा 38 दिनों तक चलने वाली है। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए केंद्र सरकार ने कुल 581 कंपनियां केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की तैनाती का निर्णय लिया है। यह अब तक की सबसे बड़ी तैनाती में से एक मानी जा रही है।
इस बार विशेष सुरक्षा उपायों के तहत पहली बार अमरनाथ यात्रा के काफिले की सुरक्षा के लिए जैमर लगाए जाएंगे, जिससे किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों या हमलों को रोका जा सके। यात्रा के दौरान जब काफिला गुजरेगा, तब संबंधित मार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा, ताकि सुरक्षा में कोई चूक न हो।
इसके अलावा, रूट पर रोड ओपनिंग पार्टीज़ को तैनात किया जाएगा, जो यात्रा मार्गों को पूरी तरह से सुरक्षित बनाएंगे। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्विक एक्शन टीम्स तैनात रहेंगी। वहीं बम निरोधक दस्ता संदिग्ध वस्तुओं और विस्फोटकों की पहचान और निस्तारण में जुटे रहेंगे।
यात्रा मार्गों पर के9 यूनिट्स (प्रशिक्षित स्निफर डॉग्स) भी लगाए जाएंगे, जो विस्फोटकों और संदिग्ध सामग्रियों को सूंघकर सतर्क करेंगे। इसके साथ ही ड्रोन के माध्यम से पूरे यात्रा मार्ग की हवाई निगरानी की जाएगी, जिससे किसी भी खतरे का पूर्वानुमान लगाया जा सके।
ये सभी इंतजाम जम्मू-कश्मीर में स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर तक जाने वाले पहलगाम और बालटाल दोनों मार्गों पर किए जा रहे हैं। सरकार द्वारा किए जा रहे ये सुरक्षा प्रबंध यह सुनिश्चित करेंगे कि श्रद्धालु निश्चिंत होकर अपनी आस्था की इस पवित्र यात्रा में भाग ले सकें। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी एजेंसियां मिलकर समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं।
बीएसएनएल की ओर से भी अमरनाथ यात्रा को लेकर चल रहीं तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। बीएसएनएल के जम्मू-कश्मीर सर्किल के प्रधान महाप्रबंधक कुश कुमार ने बताया कि यात्रा में आने वाले श्रद्धालु पूरे समय अपने घरवालों से जुड़े रहें, इसके बालटाल और पहलगाम यात्रा के दोनों मार्गों पर 27 4जी मोबाइल टावर लगाए गए हैं। यात्री बात करने के साथ-साथ घरवालों से वीडियो कॉल पर भी जुड़ सकेंगे।
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