24 घंटे बाद फिर हो सकती है दिल्ली-एनसीआर में तूफान की एंट्री, बन रहा ये सिस्टम; 3 जून तक ऐसा रहेगा मौसम
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर का कहना है कि उत्तर राजस्थान और उसके पासवर्ती हरियाणा-पंजाब क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसके कारण दिल्ली के आसपास एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ बनी हुई है। यह स्थिति अगले 3-4 दिनों तक बनी रह सकती है।

नई दिल्ली (आरएनआई) राजधानी दिल्ली और एनसीआर में पिछले दिनों आए आंधी-तूफान से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है। इस बीच दिल्ली और एनसीआर में एक बार फिर बारिश के साथ आंधी-तूफान की आशंका जाहिर की जा रही है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसियों का अनुमान है कि आज यानी 28 मई से दिल्ली का मौसम बदलने के आसार हैं। फिर से आंधी-तूफान और बारिश तेज हो सकती है। इसके बाद 29 और 30 मई को हालात और बिगड़ने की संभावना है। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर में प्री-मानसून गतिविधियों में 4-5 दिनों का ब्रेक आने की आशंका है।
भारतीय मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, 29 मई से मौसम में फिर बदलाव आएगा। 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चलेगी। बारिश की संभावना जताई गई है। लोगों को सतर्क करते हुए यलो अलर्ट भी जारी किया है। 29 मई को अधिकतम तापमान तापमान 39 डिग्री दर्ज किया जा सकता है जबकि न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रह सकता है।
30 मई को आंधी तूफान के साथ बारिश की आशंका है। इस दिन अधिकतम तापमान में 3 डिग्री की गिरावट भी आ सकती है। मौसम विभाग ने 30 मई के लिए दिल्ली के साथ-साथ गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर के लिए भी यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री रह सकता है। इसके बाद 31 मई को भी तूफान के साथ बारिश की संभावना है लेकिन इसके लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। वहीं तापमान भी 30 मई की तरह ही रहेगा।
इसके अलावा जून के पहले दो दिन यानी एक और दो जून को भी तापमान में कोई खास बदलाव नहीं आएगा। एक जून को आंशिक तौर पर बादल छाए रहने की संभावना है जबकि 2 जून को बादल छाए रहने के साथ बारिश या तूफान के भी आसार है।
निजी मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर का कहना है कि उत्तर राजस्थान और उसके पासवर्ती हरियाणा-पंजाब क्षेत्रों में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसके कारण दिल्ली के आसपास एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ (घाटा रेखा) बनी हुई है। यह स्थिति अगले 3–4 दिनों तक बनी रह सकती है। इसके बाद यह ट्रफ उत्तर की ओर खिसक सकती है, जिससे पश्चिमी हवाओं की वापसी संभावित है। दिल्ली के आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय मौसम की वजह से इस सप्ताह तापमान अचानक बढ़ने की संभावना नहीं है।
दिल्ली में इस महीने अब तक का सबसे अधिक तापमान 42.3 डिग्री सेल्सियस रहा है, जो 16 मई 2025 को रिकॉर्ड किया गया था। मई के बाकी बचे दिनों में तापमान इससे ऊपर जाने की संभावना नहीं है। अगर ऐसा होता है, तो 2009 के बाद से यह मई महीने का दूसरा सबसे कम अधिकतम तापमान होगा। वहीं, मई में इससे कम तापमान 41.6 डिग्री सेल्यिस साल 2021 में दर्ज किया गया था।
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